Board Exam: छात्रों के लिए खुशखबरी, अब साल में दो बार बोर्ड एग्जाम दे सकेंगे छात्र
यूपी बोर्ड परीक्षा पूरे राज्य में 90 जिलों में आयोजित की जाएगी। बता दें, यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू होंगी...
Board Exam : यूपी बोर्ड परीक्षा पूरे राज्य में 90 जिलों में आयोजित की जाएगी। बता दें, यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 22 फरवरी से शुरू होंगी और 9 मार्च 2024 तक जारी रहेंगी। वहीं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपीएमएसपी) ने कक्षा 12 परीक्षा समय सारिणी 2024 जारी कर दी है। यूपी बोर्ड कक्षा 12 परीक्षा 2024 दो पालियों में आयोजित की जाएंगी। पहली पाली सुबह 8:30 से 11:45 बजे तक और दूसरी दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक रहेगी।
छात्रों के आई बड़ी खुश खबरी
वहीं अब 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है, बतादे कि अगले सेशन यानी 2025-26 से बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं कराने का केवल एक मकसद है बच्चों के ऊपर से एग्जाम स्ट्रेस कम करना, अगर वे एक परीक्षा के दौरान खुद को तैयार नहीं पाते हैं तो एग्जाम स्किप कर सकते हैं और दोबारा मिलने वाले मौके का फायदा उठा सकते हैं।
आपको बतादे कि पिछले साल ही सरकार ने साल में दो बार बोर्ड परीक्षा के आयोजन की घोषणा की थी, बस तभी से सीबीएसई बोर्ड के छात्र इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि क्या यह नियम इस सत्र से लागू होगा या फिर कब से होगा नियम लागू...
ऐसे में इस साल को लेकर कंफ्यूजन खत्म हो गया है क्योंकि बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, फिलहाल सीबीएसई बोर्ड, बिहार बोर्ड, एमपी बोर्ड, ओडिशा बोर्ड, बंगाल बोर्ड सहित कई स्टेट बोर्ड की 10वीं, 12वीं की परीक्षाएं चल रही हैं। इसी बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बार फिर यह ऐलान किया है बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी।
एग्जाम पर धर्मेंद्र प्रधान की राय
बतादे कि छत्तीसगढ़ में एक समारोह के दौरान धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- अगले शैक्षणिक सत्र यानी 2025-26 से छात्रों को साल में दो बार 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने का विकल्प मिलेगा। उन्होंने यह साफ कर दिया कि इस साल से बोर्ड परीक्षाएं जैसे होती हैं, वैसी ही होंगी, लेकिन अगले सत्र से कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा देने का मौका मिलेगा। इससे छात्रों के मन में बोर्ड परीक्षा के डर और उत्पन्न तनाव को कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही छात्र अपने सर्वोत्तम अंक को अपने पास रख सकेंगे।
छात्रों का तनाव होगा कम
एग्जाम को लेकर होने वाले छात्रों पर दबाव को लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने कहा- छात्रों को साल में दो बार बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का विकल्प, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के उद्देश्यों के तहत किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों पर शैक्षणिक तनाव को कम करना है। एनईपी 2020 केंद्र सरकार की योजना है।
बता दें कि पिछले साल अगस्त में शिक्षा मंत्रालय की ओर से साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की बात कही गई थी, जिसको लेकर मंत्रालय ने कहा था कि ऐसा न्यू कैरिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के तहत किया जा रहा है। एनसीएफ (NCF) के तहत छात्रों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त समय और अवसर सुनिश्चित करने के लिए बोर्ड परीक्षाएं साल में कम से कम दो बार आयोजित की जाएंगी।