किसान आंदोलन : धरने पर उतरे किसानों की जानें क्या है सरकार से मांग, देखें लिस्ट
पिछले साल की तरह इस साल भी किसान आंन्दोलन करने के लिए दिल्ली बार्डर पर बैठे हुए मगर किसान के आंन्दोलन करने के पीछे की किया वजह है...

किसान आंदोलन : पिछले साल की तरह इस साल भी किसान आंन्दोलन करने के लिए दिल्ली बार्डर पर बैठे हुए मगर किसान के आंन्दोलन करने के पीछे की किया वजह है यह महत्वपूर्ण जानकारी देख लें कि आखिर कार किसानों की केन्द्र सरकार से मांग क्या है.... देंखे किसानों की मांग...
1- किसानों को उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) दिए जाने की नीति को जारी रखा जाए। इसके लिए एक समिति का गठन किया जाए जिसमें संयुक्त किसान मोर्चे के प्रतिनिधि को भी शामिल किया जाए।

2- आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई है उनके परिवार को सरकार मुआवज़ा दे।
3- विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य या केंद्र की एजेंसियों के किसानों के ख़िलाफ़ दर्ज सभी मामले वापस लिए जाएं।
4- पराली जलाने के मामले में किसानों को अपराधी नहीं ठहराया जाना चाहिए।
5- किसानों की मांगों को लेकर किसानों का कहना है कि उन्हें स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाया जाए।

6- किसानों और मजदूरों का कर्ज पूरी तरह से माफ किया जाए।
7- देशभर में भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को फिर से लागू किया जाए, साथ ही किसानों से लिखित सहमति सुनिश्चित करें।
8- किसानों का कहना है कि इलेक्ट्रिसिटी संशोधन बिल को रद्द किया जाए। नकली बीज, कीटनाशक आदि बनाने वाली कंपनियों पर सख्त जुर्माना लगाया जाए। मिर्च और हल्दी जैसे मसालों के लिए राष्ट्रीय आयोग बने।
9- फसल लागत का कम से कम 50% मुनाफा दिया जाए।
10- कृषि क्षेत्र को प्रदूषण के दायरे से बाहर किया जाए।

11- जल जंगल, जमीन पर आदिवासियों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जाए। कंपनियों को आदिवासियों को जमीन लूटने से रोका जाए।
12- 58 साल से अधिक उम्र के किसानों को 10 हजार रुपये पेंशन दिया जाए।
13- किसानों की मांग है कि लखीमपुर खीरी नरसंहार के अपराधियों को सजा दिलाई जाए, साथ इस घटना में प्रभावित किसानों को न्याय दिलाया जाए।
14- विश्व व्यापार संगठन से बाहर निकलें और सभी मुक्त व्यापार समझौतों पर प्रतिबंध लगाएं।
15- किसानों की मांग है कि मनरेगा के तहत प्रतिवर्ष 200 दिन का रोजगार और 700 रुपये की दैनिक मजदूरी प्रदान करें। इसे खेती से जोड़ें।