आधार कार्ड के लिए सरकार के नए नियम, अब बिना फिंगर प्रिंट भी बन सकेगा कार्ड
देश में आधारकार्ड एक सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है यह एक ऐसा दस्तावेज है जो छोटे बच्चे से लेकर बड़े बूढ़ो के लिए भी बेहद जरूरी है, क्योंकि पढ़ाई हो, जॉब हो, या कोई भी जरूरी काम जिसमें दस्तावेज लगना होता है वहां हर जगह आधार कार्ड का लगना अनिवार्य हो गया है।
Aadhaar Card : देश में आधारकार्ड एक सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है यह एक ऐसा दस्तावेज है जो छोटे बच्चे से लेकर बड़े बूढ़ो के लिए भी बेहद जरूरी है, क्योंकि पढ़ाई हो, जॉब हो, या कोई भी जरूरी काम जिसमें दस्तावेज लगना होता है वहां हर जगह आधार कार्ड का लगना अनिवार्य हो गया है। फिर वो काम सरकारी हो या गैर-सरकारी काम सब जगह आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है। क्योंकि अब सभी लोगों के लिए आधार कार्ड पहचान पत्र का काम करता है।
आधार कार्ड में जरूरी होता है व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि, व्यक्ति का पता, मोबाइल नम्बर, और एक अद्वितीय आधार संख्या समेत महत्वपूर्ण व्यक्तिगत जानकारियां रहती हैं। वहीं अब आधार कार्ड से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है।
UIDAI ने आधारकार्ड के लिए बदला नियम
आपको बतादे कि आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया में UIDAI की तरफ से एक बदलाव किया गया है। जिसकी जानकारी UIDAI की तरफ से सोशल मीडिया में दी गई है। बताते चले सरकार ने अब आधारकार्ड बनवाने के नियमों बदलाव किया हैं। इस नियम के तहत "आधार कार्ड बनवाने के लिए अगर पात्र व्यक्ति की उंगलियों के निशान उपलब्ध नहीं है, तो आईरिस स्कैन (IRIS Scan) के माध्यम से नामांकन किया जा सकता है। इस बदलाव से आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया काफी आसान हो गई है।
यह नियम इस लिए बनाया गया है कि अगर कोई व्यक्ति शारिरिक रूप से सक्षम नहीं हैं, यानी जिन कार्डधारक के हाथ या उंगलियां नहीं हैं, तो वो अब आईरिस स्कैन ते माध्यम से आसानी से आधार कार्ड बनवा सकते हैं। यह UIDAI की तरफ से नया नियम बनाया गया है।
जानें क्यों सरकार ने बदला नियम?
आपको बतादें कि आधार कार्ड का यह नियम सरकार ने तब बदला जब केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा केरल में एक महिला, जोसीमोल पी जोस का एनरोलमेंट करने के लिए हस्तक्षेप किया था, क्योंकि महिला की उंगलियां नहीं होने की स्थिति में वह आधारकार्ड के लिए नामांकन नहीं कर सकी थी। जिसके लिए नए नियम लाए गए, वहीं अगर आधार कार्ड के लिए आवेदन करने वाले वाले लोगों की आंखों की पुतली में समस्या है, तो वो अपने फिंगरप्रिट के माध्यम से एनरोल कर सकते हैं।
UIDAI ने जारी किया एक और नियम, जानें किन के लिए
वहीं UIDAI की तरफ से यह भी बताया गया है कि "अगर कोई पात्र व्यक्ति जो उंगलियों और आईरिस दोनों बायोमेट्रिक्स देने में असमर्थ है, तो भी वह आधार के लिए नामांकन करा सकता है। ऐसे व्यक्ति का नाम, लिंग, पता और जन्म तिथि और वर्ष को बायोमेट्रिक्स के साथ कैप्चर किया जाता है।
इसके साथ ही उंगलियों या आईरिस या दोनों के मैच नहीं होने पर एक तस्वीर ली जाती है और आधार नामांकन केंद्र के पर्यवेक्षक को ऐसे नामांकन को असाधारण श्रेणी में मान्य करना होता है।" अब तक, UIDAI ने लगभग 29 लाख लोगों को आधार नंबर जारी किए हैं जिनकी उंगलियां गायब थीं या उंगली या आईरिस दोनों बायोमेट्रिक्स प्रदान करने में असमर्थ थे।