प्राइमरी शिक्षक ही बना बालिका का भक्षक, दरिंदगी से ले ली मासूम की जान
यूपी के जिला उन्नाव के प्राइमरी शिक्षक ने 14 वर्षीय दलित बालिका के साथ एक सप्ताह तक घर में बंद कर रखा रहा
उन्नाव : यूपी के जिला उन्नाव से इस समय की बड़ी खबर सामने आ रही हैं जहां एक प्राइमरी शिक्षक ने दरिंदगी की सभी हदें पार कर दी हैं। जिसकी जानकारी मिलने बाद उन्नाव जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सख्त एक्शन लिया हैं।
जानें दर्दनाक पूरा मामला
यूपी के जिला उन्नाव के प्राइमरी शिक्षक ने 14 वर्षीय दलित बालिका के साथ एक सप्ताह तक घर में बंद कर रखा रहा है और रोजाना बालिका से दरिंदगी करता रहा है। जिसके चलते बालिका की दर्दनाक मौत हो गई हैं।
यह पूरा मामला उन्नाव के औरास थाना क्षेत्र के एक गाँव का है जहां गरीबी झेल रहे एक परिवार की 14 वर्षीय दलित छात्रा गुड्डी ( बदला हुआ नाम ) के सर से उसके पिता का साया लगभग पाँच वर्ष पहले ही उठ गया था,माँ की भी दिमागी हालत उतनी अच्छी नहीं थी ऐसे में घर को चलाना एक बड़ी चुनौती थी। मगर ऐसी विपरीत परिस्थितियों के बाद भी माँ ने फिर भी गाँव के प्राथमिक विद्यालय में बच्ची को पाँचवीं तक की शिक्षा दिलाई।
वहीं बाप के मरने के बाद बेटी और माँ मेहनत मजदूरी करके परिवार का जैसे तैसे खर्चा चला रहे थे, इसी का फायदा उठाकर दरिंदे शिक्षक ने काम का झाँसा देकर बालिका को आज से लगभग आठ दिन पहले लखनऊ में अपने आवास पर लाया था। जहां उसने इस घिनानी हरकत को अंजाम दिया था।
जानें दरिंदे ने कैसे ले ली मासूम की जान
माँ को क्या पता था कि जिसे संसार राष्ट्र निर्माता कहता है वह एक खूंखार भेड़िया है जो उसकी मासूम सी बेटी को नोच खा रहा था, फिर जो हुआ उसे सुनकर आपकी रूह कांप जाएगी। जिन हाँथों ने ठीक से कलम पकड़नी नहीं सीखी थी उसे शिक्षा देने की जगह ये खूंखार दरिंदा अपने घर के कामों में लगा देता था इतना ही नहीं दरिंदा यहीं नहीं रुकता और आठ दिनों से लगातार दरिंदा उस लाचार बिटिया के साथ दरिंदगी करता रहा।
Read More: जानें कब है गुरु पूर्णिमा? गुरु महिमा की गाथा और महत्व
वहीं जब 16-7-2024 की रात दरिंदे ने नशे की हालत में दरिंदगी की सारी हदे पार कर दी जिससे बालिका की हालत खराब हो गई। हालत गंभीर देख छात्रा को वह लखनऊ स्थित लोक बन्धू अस्पताल ले गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मासूम बेटी ही थी बेसहारा मां का सहारा
आपको बताते चले कि मासूम बेटी ही बेसहारा मां का सहारा थी, पति की मौत के बाद माँ को अपनी बिटिया का ही सहारा था जिसे इस दरिंदे ने छीन लिया। वहीं बेटी का क्षतविक्षत शव देख माँ का रो रोकर बुरा हाल है। इस घटना से परिवार सहित पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है।
-
Tags :
- desh
- Crime
- lucknow
- The Voice Of Hind